अब इस बीमारी को लेकर एक और नई समस्या भी ज्यादा सुनने में आ रही है। हाल के अध्ययनों में से एक में पाया गया कि COVID-19 इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) का कारण बन सकता है और प्रजनन क्षमता (fertility) को भी काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। आसान भाषा में इसे नपुंसकता कहते हैं जिससे पीड़ित लोगों में सेक्स के दौरान इरेक्शन नहीं होता है। आइए, जानते हैं कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन को कैसे प्रभावित करता है कोरोना
अब इस बीमारी को लेकर एक और नई समस्या भी ज्यादा सुनने में आ रही है। हाल के अध्ययनों में से एक में पाया गया कि COVID-19 इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) का कारण बन सकता है और प्रजनन क्षमता (fertility) को भी काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। आसान भाषा में इसे नपुंसकता कहते हैं जिससे पीड़ित लोगों में सेक्स के दौरान इरेक्शन नहीं होता है।
शोध में यह भी पाया गया कि अकेला COVID-19 संक्रमण पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन पैदा करने के लिए जिम्मेदार नहीं है। कई लोगों को ये समस्या महामारी में ज्यादा तनाव, किसी चीज को लेकर अधिक चिंता, अकेलेपन और वित्तीय संघर्षों यानी आर्थिक तंगी के कारण भी देखने को मिल रही है। इस प्रकार से इंसान को अपना दिमागी संतुलन को भी ठीक रखना सुनिश्चित सुनिश्ति करना चाहिए।
एक्सपर्ट कहते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से लोग अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने से कतराने लगे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी संकट के बीच कई लोग एकल सेक्स की ओर रुख कर रहे हैं। उन्हें इस बात का डर रहता है कि कहीं वे अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने से इस जानलेवा संक्रमण से संक्रमित न हो जाएं। इसलिए ये कदापि कहना गलत नहीं होगा कि पिछले डेढ़ साल में कोरोना हमारी सेक्स लाइफ में काफी बड़ा बदलाव दे गया है ।
विशेषज्ञ कहते हैं कि कोविड-19 किसी भी इंसान की सेक्सुअल लाइफ को तबाह कर सकता है. उनका कहना है कि कोविड-19 से होने वाले शारीरिक थकावट, कमजोरी और सांस में तकलीफ सीधे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की बीमारी को ट्रिगर कर सकती है. इसे इन्हें लेकर डॉक्टर्स ज्यादा चिंतित हैं ।
इस समस्या का ट्रीटमेंट आप खुद भी सकते हैं। अगर अपने डेली रूटीन वाली लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव लाते हैं तो इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से बचा सकता है। यह तभी संभव है जब आप स्वयं खुश रहेंगे और अपने पार्टनर के साथ बेहतर संबंध बनाने की कोशिश करेंगे। आपको अपनी लाइफ से नेगेटिविटी को दूर करनी होगी। इस तरह के आंतरिक संबंध में सकारात्मक मानसिकता आपके लिए मददगार हो सकती है।
कुछ लोग तो इसे लेकर भी चिंतित हैं कि कहीं कोरोना वैक्सीन उनकी सेक्स ड्राइव को ही डैमेज न कर दे इसे लेकर विशेषज्ञ कहते हैं कि कोरोनावायरस वैक्सीन का यौन उत्तेजना पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। यह अत्यधिक आनंद के दौरान शरीर के अंगों की उत्तेजना पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालता है। अत: वैक्सीन तो आप बगैर डरे लगवा सकते हैं ।
वैक्सीनेशन के बाद पार्टनर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने के मामले बढ़े हैं । हालांकि वैक्सीनेट होने के बावजूद कुछ लोग संक्रमण के शिकार हो जाते हैं, इसलिए डर पूरी तरह नहीं निकल पाता है. इंफेक्टेड व्यक्ति बड़ी आसानी से किसी हद तक अपने पार्टनर को संक्रमित कर सकता है ।
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