प्रस्तावना जब बात यौन संबंधों की आती है, तो समाज अक्सर यह मान लेता है कि यह सिर्फ़ युवाओं का विषय है। लेकिन हक़ीक़त यह है कि यौन इच्छा और यौन सक्रियता उम्र के साथ पूरी तरह समाप्त नहीं होती। 50 की उम्र के बाद भी बहुत से लोग एक सक्रिय, संतुलित और सुखद यौन जीवन जीते हैं। परंतु, इस उम्र में शरीर में कुछ स्वाभाविक बदलाव होते हैं, और साथ ही स्वास्थ्य संबंधित जोखिम भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में सुरक्षित यौन संबंध बनाना न सिर्फ़ ज़रूरी, बल्कि स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य हो जाता है। उम्र के साथ यौन स्वास्थ्य में बदलाव 50 की उम्र के बाद शरीर और हार्मोन में कई बदलाव आते हैं, जिनका सीधा असर यौन जीवन पर पड़ता है। उदाहरण के लिए: महिलाओं में: मेनोपॉज़के बाद योनि में सूखापन आ सकता है यौनइच्छा में कमी हार्मोनलअसंतुलन से मूड स्विंग या थकावट हड्डियोंऔर मांसपेशियों की कमजोरी पुरुषों में: इरेक्शनमें कमी (Erectile Dysfunction) टेस्टोस्टेरोनका स्तर घट जाना यौनइच्छा में गिरावट थकानऔर तनाव हालांकि ये बदलाव आम हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यौन जीवन को खत्म कर देना चाहिए। सही जानकारी, संवाद और चिकित्सा सलाह के साथ एक स्वस्थ और संतुलित यौन जीवन संभव है। क्यों ज़रूरी है 50 के बाद सुरक्षित यौन संबंध? अक्सर यह मान लिया जाता है कि इस उम्र के बाद गर्भधारण की चिंता नहीं होती, तो सुरक्षा की ज़रूरत भी नहीं है। लेकिन यह धारणा ग़लत है। यौनसंचारितरोग (STIs) का ख़तरा इस उम्र में भी HIV/AIDS, हेपेटाइटिस B, सिफ़लिस, गोनोरिया जैसे संक्रमणों का ख़तरा बना रहता है। अगर आप नए पार्टनर के साथ संबंध बना रहे हैं या पहले संक्रमित हो चुके हैं, तो कंडोम का प्रयोग आवश्यक है। रोगप्रतिरोधकक्षमता में गिरावट उम्र बढ़ने के साथ इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाता है, जिससे संक्रमण जल्दी और अधिक असर करते हैं। क्रॉनिकबीमारियाँऔर यौन संबंध डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग जैसी बीमारियाँ यौन जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से ही यौन क्रियाएं करना चाहिए। 50 के बाद यौन जीवन को बेहतर बनाने के उपाय ✅ 1. खुले संवाद से शुरुआत करें अपने साथी से खुले दिल से बात करें। उम्र के साथ क्या बदलाव महसूस हो रहे हैं, क्या चिंता है, क्या चाहत है — इन सभी विषयों पर ईमानदारी से बात करना ज़रूरी है। ✅ 2. […]
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