कमज़ोर यौन शक्ति के लिए रामबाण: आयुर्वेद की असरदार जड़ी-बूटियाँ

भूमिका आज की तेज़ ज़िंदगी, गलत खानपान, तनाव और अनियमित जीवनशैली का सीधा असर हमारे शरीर की यौन शक्ति पर पड़ता है। बहुत से पुरुष और महिलाएं उम्र से पहले ही यौन कमजोरी, इच्छा में कमी, थकान और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। पर क्या इसका हल बिना किसी साइड इफेक्ट […]

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यौन स्वास्थ्य बढ़ाने वाले फूड्स

संतुलित आहार से संवरता यौन जीवन: जानिए क्या खाएं और क्या नहीं

                संतुलित आहार से संवरता यौन जीवन: जानिए क्या खाएं और क्या नहीं भूमिका: यौन स्वास्थ्य और खान-पान का अटूट संबंध स्वस्थ और जीवंत यौन जीवन केवल भावनाओं, संबंधों या उम्र पर निर्भर नहीं करता, बल्कि इसका गहरा संबंध आपके खान-पान और जीवनशैली से होता है। जिस प्रकार शरीर को ऊर्जा और पोषण की आवश्यकता […]

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माता-पिता और शिक्षक की सोच

यौन शिक्षा पर माता-पिता और शिक्षक की सोच में फर्क क्यों?

भूमिका जब हम “शिक्षा” की बात करते हैं, तो हमारा ध्यान गणित, विज्ञान, भाषा या सामाजिक विज्ञान पर केंद्रित होता है। लेकिन एक और पहलू है, जो किशोरों और युवाओं के मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है—वह है यौन शिक्षा (Sex Education)। भारत जैसे देश में, जहां संस्कारों और सामाजिक मर्यादाओं […]

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व्यापक यौन शिक्षा: आज के किशोरों और युवाओं के लिए क्यों है यह बेहद ज़रूरी

प्रस्तावना आज के दौर में, जब इंटरनेट, सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों ने हमारी ज़िन्दगी को पूरी तरह बदल दिया है, तब किशोरों और युवाओं के लिए सही जानकारी तक पहुँचना पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हो गया है। लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि सबसे ज़रूरी विषयों में से एक — यौन शिक्षा (Sex Education) — को आज भी समाज में वर्जित माना जाता है। जबकि यौन शिक्षा केवल शारीरिक संबंधों तक सीमित नहीं है, यह एक समग्र समझ प्रदान करती है — स्वस्थ संबंध, आत्म–सम्मान, भावनात्मक समझ, यौन रोगों से सुरक्षा, गर्भनिरोध, और सहमति (Consent) जैसे पहलुओं पर भी बात करती है। यौन शिक्षा क्या है? यौन शिक्षा (Sex Education) एक ऐसा शैक्षिक कार्यक्रम है जो किशोरों और युवाओं को यौन स्वास्थ्य, मानव शरीर, भावनात्मक जुड़ाव, और रिश्तों की समझ देता है। यह शिक्षा वैज्ञानिक तथ्यों, चिकित्सा आधारित जानकारी और सामाजिक मूल्यों पर आधारित होती है। भारत में यौन शिक्षा की स्थिति भारत में आज भी यौन शिक्षा एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। कई राज्यों में इसे स्कूलों में पूरी तरह लागू नहीं किया गया है। कई अभिभावक और शिक्षक इस विषय पर बात करने से कतराते हैं। बच्चों को अक्सर ग़लत या अधूरी जानकारी मिलती है, जिससे भ्रम और डर पैदा होता है। क्यों है व्यापक यौन शिक्षा ज़रूरी? गलतजानकारीऔर अफ़वाहों से बचाव युवा अक्सर इंटरनेट या दोस्तों से जानकारी लेते हैं, जो कई बार ग़लत और भ्रमित करने वाली होती है। व्यापक यौन शिक्षा से वे तथ्यों पर आधारित जानकारी प्राप्त करते हैं। सुरक्षितयौनव्यवहार को बढ़ावा यौन संचारित रोग (STDs), HIV/AIDS, और अनचाहा गर्भ — ये सभी ऐसे मुद्दे हैं जिनसे केवल जागरूकता और सही जानकारी से ही बचा जा सकता है। सहमतिऔरआत्म–सम्मान की समझ आज की पीढ़ी को यह समझना ज़रूरी है कि किसी भी संबंध में “सहमति (Consent)” कितनी अहम होती है। यह न सिर्फ़ यौन संबंधों, बल्कि हर रिश्ते में ज़रूरी है। बालयौनशोषण से सुरक्षा एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 53% बच्चे कभी न कभी यौन शोषण का शिकार हुए हैं। यदि बच्चों को सही उम्र में यौन शिक्षा दी जाए, तो वे खुद को पहचान सकते हैं और असुरक्षित परिस्थितियों से बच सकते हैं। सकारात्मकशारीरिकछवि और आत्मविश्वास व्यापक यौन शिक्षा शरीर के विकास, हार्मोनल बदलाव और भावनात्मक उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करती है। इससे युवा अपने शरीर को स्वीकार करना और खुद से प्यार करना सीखते हैं। यौन शिक्षा में क्या–क्या शामिल होना चाहिए? मानवशरीर की संरचना और विकास मासिकधर्म और हार्मोनल बदलाव सुरक्षितयौन संबंध और गर्भनिरोध के उपाय यौनसंचारित रोगों की जानकारी भावनात्मकसंबंध और विश्वास सहमतिऔर सम्मान लैंगिकविविधता (LGBTQ+ […]

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50 की उम्र के बाद सुरक्षित यौन संबंध: सेहत का रखें खास ध्यान

  प्रस्तावना जब बात यौन संबंधों की आती है, तो समाज अक्सर यह मान लेता है कि यह सिर्फ़ युवाओं का विषय है। लेकिन हक़ीक़त यह है कि यौन इच्छा और यौन सक्रियता उम्र के साथ पूरी तरह समाप्त नहीं होती। 50 की उम्र के बाद भी बहुत से लोग एक सक्रिय, संतुलित और सुखद यौन जीवन जीते हैं। परंतु, इस उम्र में शरीर में कुछ स्वाभाविक बदलाव होते हैं, और साथ ही स्वास्थ्य संबंधित जोखिम भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में सुरक्षित यौन संबंध बनाना न सिर्फ़ ज़रूरी, बल्कि स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य हो जाता है। उम्र के साथ यौन स्वास्थ्य में बदलाव 50 की उम्र के बाद शरीर और हार्मोन में कई बदलाव आते हैं, जिनका सीधा असर यौन जीवन पर पड़ता है। उदाहरण के लिए: महिलाओं में: मेनोपॉज़के बाद योनि में सूखापन आ सकता है यौनइच्छा में कमी हार्मोनलअसंतुलन से मूड स्विंग या थकावट हड्डियोंऔर मांसपेशियों की कमजोरी पुरुषों में: इरेक्शनमें कमी (Erectile Dysfunction) टेस्टोस्टेरोनका स्तर घट जाना यौनइच्छा में गिरावट थकानऔर तनाव हालांकि ये बदलाव आम हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यौन जीवन को खत्म कर देना चाहिए। सही जानकारी, संवाद और चिकित्सा सलाह के साथ एक स्वस्थ और संतुलित यौन जीवन संभव है। क्यों ज़रूरी है 50 के बाद सुरक्षित यौन संबंध? अक्सर यह मान लिया जाता है कि इस उम्र के बाद गर्भधारण की चिंता नहीं होती, तो सुरक्षा की ज़रूरत भी नहीं है। लेकिन यह धारणा ग़लत है। यौनसंचारितरोग (STIs) का ख़तरा इस उम्र में भी HIV/AIDS, हेपेटाइटिस B, सिफ़लिस, गोनोरिया जैसे संक्रमणों का ख़तरा बना रहता है। अगर आप नए पार्टनर के साथ संबंध बना रहे हैं या पहले संक्रमित हो चुके हैं, तो कंडोम का प्रयोग आवश्यक है। रोगप्रतिरोधकक्षमता में गिरावट उम्र बढ़ने के साथ इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाता है, जिससे संक्रमण जल्दी और अधिक असर करते हैं। क्रॉनिकबीमारियाँऔर यौन संबंध डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग जैसी बीमारियाँ यौन जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से ही यौन क्रियाएं करना चाहिए। 50 के बाद यौन जीवन को बेहतर बनाने के उपाय ✅ 1. खुले संवाद से शुरुआत करें अपने साथी से खुले दिल से बात करें। उम्र के साथ क्या बदलाव महसूस हो रहे हैं, क्या चिंता है, क्या चाहत है — इन सभी विषयों पर ईमानदारी से बात करना ज़रूरी है। ✅ 2. […]

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